नई दिल्ली: दिल्ली विधानसभा चुनाव के 24 घंटे बाद चुनाव आयोग ने आंकड़े जारी किए हैं। इस चुनाव में कुल 62.59 फीसद वोट पड़े हैं। इस चुनाव मे सबसे ज्यादा वोट बल्लीमरान विधानसभा क्षेत्र में 71.6% और सबसे कम दिल्ली कैंटॉन्मेंट मे 45.4% पड़े हैं।
Delhi Chief Electoral Officer Ranbir Singh: The highest voter turnout was recorded in Ballimaran assembly constituency at 71.6 per cent while the lowest voter turnout was recorded in Delhi Cantonment at 45.4 per cent. #DelhiAssemblyPolls https://t.co/NqTjxuo0qQ
— ANI (@ANI) February 9, 2020
देर से जारी किए गए आंकड़ो पर चुनाव आयोग ने कहा कि शनिवार देर रात तक ईवीएम से डेटा इकट्ठा किए गए इसलिए चुनाव के आंकड़े जारी करने में देरी हो गई। इस बीच चुनाव नतीजों से पहले आम आदमी पार्टी (AAP) नेता संजय सिंह ने ईवीएम और आंकड़े की देरी को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं. AAP नेता संजय सिंह ने कहा है कि दिल्ली में 70 विधानसभा है लेकिन 24 घंटे के बाद भी वोटिंग पर्सेंट जारी न होने के लेकर चुनाव आयोग से सवाल पूछा है। संजय सिंह के अलावा दिल्ली के मुख्यमंत्री और AAP के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने भी चुनाव आयोग पर सवाल खड़े किए. उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘यह बिल्कुल चौंकाने वाला है. चुनाव आयोग क्या कर रहा है? मतदान के कई घंटे बाद भी वे मतदान के आंकड़े जारी क्यों नहीं कर रहे हैं?’
Absolutely shocking. What is EC doing? Why are they not releasing poll turnout figures, several hours after polling? https://t.co/ko1m5YqlSx
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) February 9, 2020
वहीं, संजय सिंह ने कहा, ‘भारतीय जनता पार्टी ने अगर दाल में कुछ काला किया है तो बता दो, EVM में कुछ घपला किया है तो BJP वाले बताएं. 70 साल के इतिहास में कितना मतदान हुआ ये चुनाव आयोग बताने को तैयार नहीं है. कोई खेल चल रहा है. अंदर ही अंदर कुछ पक रहा है.’ उन्होने कहा, ‘नतीजों को लेकर हम आश्वस्त हैं। हमने सकारात्मक मुद्दों पर चुनाव लड़ा. बीजेपी ने नफरत की राजनीति की. शाहीन बाग और पता नहीं क्या-क्या मुद्दा उठाया. 2020 के नतीजे पिछले चुनाव से भी बेहतर होंगे।’ उन्होने सवाल किया की ‘अगर ईवीएम को लेकर के कहीं तस्वीर आती हैं तो चुनाव आयोग पर सवाल उठाना गलत है क्या? एक वीडियो सामने आया तो हमने चुनाव आयोग के संज्ञान में दिया. इसके पहले भी हमने चुनाव के बाद स्ट्रॉंग रूम के बाहर कार्यकर्ता तैनात किए थे. स्ट्रॉंग रूम की सुरक्षा हमारा अधिकार है.’