नई दिल्ली, सुप्रीम कोर्ट ने AGR के भुगतान को लेकर शुक्रवार आदेश देने के बाद देश के टेलीकॉम जगत में कोहराम मच गया है। इस आदेश के बाद Vodafone Idea के अस्तित्व पर प्रश्नचिह्न लग गया है। भारत ने Reliance Communications, Etisalat DB, Aircel और Sistema Shyam जैसी कंपनियों का कारोबार बंद होते देखा है। और फंड नहीं मिलने पर वोडाफोन भी भारत से अपना बिजनेस समेट सकता है। इससे एक लाख से अधिक लोगों का जीवकोपार्जन प्रभावित हो सकता है।
सुप्रीम कोर्ट ने गतबर्ष 24 अक्टूबर को अपने फैसले में टेलीकॉम कंपनियों को AGR के भुगतान का आदेश दिया था। इस आदेश के बाद पहले से जबरदस्त प्रतिस्पर्धा का सामना कर रही दूरसंचार कंपनियों पर 1.47 लाख करोड़ रुपये की देनदारी पैदा हो गई। Vodafone Idea Ltd (VIL) पर करीब 53,038 करोड़ रुपये की देनदारी है। इस बकाया राशि के भुगतान को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को टेलीकॉम कंपनियों और दूरसंचार विभाग को फटकार लगाई थी। इसके बाद दूरसंचार विभाग ने टेलीकॉम कंपनियों को बकाया राशि के भुगतान के लिए शुक्रवार के रात 11:59 मिनट तक का समय दिया था। वोडाफोन आइडिया के चेयरमैन कुमार मंगलम बिड़ला पहले ही कह चुके हैं कि एजीआर के मामले में कंपनी को राहत नहीं मिलती है तो वह अपना कारोबार बंद कर सकते हैं। Vodafone Group भी Vodafone Idea में निवेश के लिए मना कर चुका है। अगर कंपनी बंद होती है तो एक लाख से अधिक लोग बेरोजगार हो जाएंगे। कंपनी के पेरोल पर 11,700 कर्मचारी काम करते हैं जबकि यह कंपनी करीब एक लाख लोगों को परोक्ष रूप से रोजगार देती है। Reliance Communications के चेयरमैन अनिल अंबानी के मुताबिक टेलीकॉम जगत में 20 लाख लोगों की नौकरियां चली गई हैं।